बिंदु: dot drop speckle blob DOT node point whit pixel
उदाहरण वाक्य
1.
गोलक पर न कहीं आरंभ है और न कहीं अंत और न ही कोई प्रकृत निश्चित बिंदु (reference point) है, लेकिन पृथ्वी पर, जो स्वयं लगभग गोलाकार है, उसकी दैनिक एव वार्षिक गतियों तथा ग्रह उपग्रहीय अंत: संबंधों के कारण उत्तरी तथा दक्षिणी ध्रुव बिंदु, निश्चित बिंदु हो जाते हैं और उसकी धुरी के जोड़ते हैं, जिसके सहायता से काल्पनिक ढंग से निश्चित किया हुआ अक्षाँश तथा देशांतर रेखाओं का रेखा जाल (net), जिसे भौगोलिक जाल कहते हैं, बनता है।